रचनाकार परिचय:-

1956 में जन्मे धीरेद्र अस्थाना गढ़वाल विश्वविद्यालय के स्नातक हैं और उन्होंने 18- 19 बरस की उम्र से लिखी अपनी शुरुआती कहानियों से ही अपनी पहचान बनानी शुरू कर दी थी। लोग हाशिये पर, आदमी खोर, मुहिम, विचित्र देश की प्रेम कथा, जो मारे जायेंगे, उस रात की गंध, (कहानी संग्रह) समय एक शब्द भर नहीं है, हलाहल, गुजर क्यों नहीं जाता (उपन्यास) और रूबरू, अंतर्यात्रा (साक्षात्कार) उनकी कृतियां हैं। अब तक राष्ट्रीय संस्कृति पुरस्कार, घनश्याम दास सराफ साहित्य सम्मान, मौलाना अबुल कलाम आजाद पत्रकारिता पुरस्कार और इंदु शर्मा कथा सम्मान पा चुके धीरेद्र की जीवन यात्राएं बहुत बीहड़ रही हैं। दिनमान, चौथी दुनिया, जनसत्ता, जागरण में लम्बे समय तक वरिष्ठ पदों पर रह कर पत्रकारिता के बाद अब मुंबई में सहारा समय में एसोसिएट एडिटर।


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